Wednesday, July 2, 2008

से दिए जाते हैं आये दिन बयानउतने ही माहिर हैं सब उनसे मुकरने के लिएकल मिनिस्टरजी ने फोड़ा पुल पे जा के नारियलचोट काफी थी यही पुल को बिखरने माल बेचना है, तो विज्ञापन करना ही होगा। नेताओं से लेकर सामान तक की मार्केटिंग विज्ञापन के जरिए हो रही है। इसी ढर्रे पर चलते हुए अब कवियों की रचनाओं को होर्डिग पर उतारा गया है।माल बेचना है, तो विज्ञापन करना ही होगा। नेताओं से लेकर सामान तक की मार्केटिंग विज्ञापन के जरिए हो रही है। इसी ढर्रे पर चलते हुए अब कवियों की रचनाओं को होर्डिग पर उतारा गया है।माल बेचना है, तो विज्ञापन करना ही होगा। नेताओं से लेकर सामान तक की मार्केटिंग विज्ञापन के जरिए हो रही है। इसी ढर्रे पर चलते हुए अब कवियों की रचनाओं को होर्डिग पर उतारा गया है।

1 comment:

36solutions said...

बढिया प्रयास है आपका, धन्यवाद । हम हिन्दी ब्लागजगत वाले अभी फोटोशाप के संबंध में ज्यादा नहीं जानते । आपके सहयोग से हम कुछ सार्थक सीख पायेंगें ।

इस नये हिन्दी ब्लाग का स्वागत है ।

पढें हिन्दी ब्लाग प्रवेशिका