Wednesday, July 2, 2008

से दिए जाते हैं आये दिन बयानउतने ही माहिर हैं सब उनसे मुकरने के लिएकल मिनिस्टरजी ने फोड़ा पुल पे जा के नारियलचोट काफी थी यही पुल को बिखरने माल बेचना है, तो विज्ञापन करना ही होगा। नेताओं से लेकर सामान तक की मार्केटिंग विज्ञापन के जरिए हो रही है। इसी ढर्रे पर चलते हुए अब कवियों की रचनाओं को होर्डिग पर उतारा गया है।माल बेचना है, तो विज्ञापन करना ही होगा। नेताओं से लेकर सामान तक की मार्केटिंग विज्ञापन के जरिए हो रही है। इसी ढर्रे पर चलते हुए अब कवियों की रचनाओं को होर्डिग पर उतारा गया है।माल बेचना है, तो विज्ञापन करना ही होगा। नेताओं से लेकर सामान तक की मार्केटिंग विज्ञापन के जरिए हो रही है। इसी ढर्रे पर चलते हुए अब कवियों की रचनाओं को होर्डिग पर उतारा गया है।
fefFkyk ds fo’ofoky;ksa ij र्क्य्क
आशीष

Friday, August 10, 2007